कोरोना की पहली लहर में अनाथ हुए बच्चों का क्या दोष? सरकार की घोषणाएं कागजी- कमलनाथ
बाल कल्याण योजना में विसंगति पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने जताई आपत्ति
Ashok Chaturvedi
भोपाल (जोशहोश डेस्क) प्रदेश में कोरोना के कहर से बेसहारा हुए सभी बच्चों को सरकार की बाल कल्याण योजना का लाभ मिलना चाहिए। योजना में मार्च 2020 के बाद से कोरोना से बेसहारा हुए सभी बच्चों को शामिल किया जाना चाहिए। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने बुधवार को यह बात कही।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने शिवराज सरकार पर एक बार फिर निशाना साधते हुए कहा है कि मैं पहले दिन से कह रहा हूं कि शिवराज सरकार द्वारा कोरोना पीड़ितों की मदद के नाम पर घोषित सारी योजनाएं दिखावटी और कागजी हैं।
कमलनाथ ने बाल कल्याण योजना में मार्च 2021 के बाद कोविड से बेसहारा हुए बच्चों को ही शामिल किए जाने पर आपत्ति जताई। उन्होंने ट्ववीट कर कहा कि सरकार को मार्च 2020 के बाद कोरोना से बेसहारा हुए सभी बच्चों को इस योजना में शामिल करना चाहिए।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा घोषित बाल कल्याण योजना के तहत बेसहारा बच्चों को पांच हजार रुपए प्रतिमाह सहायता राशि के साथ ही निशुल्क खाद्यान्न व शिक्षा का प्रावधान है। योजना में विसंगतियों के कारण कोविड से बेसहारा हुए सभी बच्चों तक इसका लाभ पहुंचना मुश्किल दिख रहा है।