वायरल इंफ़ेक्शन-मौसमी बीमारियों ने ही खोली तीसरी लहर पर दावों की पोल: कमलनाथ
प्रदेश में बढ़ रहे वायरल इंफेक्शन-मौसम जनित बीमारियों के मामले, सरकार पर उठे सवाल।
Ashok Chaturvedi
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ (फाइल फोटो)
भोपाल (जोशहोश डेस्क) प्रदेश में वायरल इंफेक्शन और मौसम जनित बीमारियों के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। बच्चे सबसे ज्यादा इसकी चपेट में आ रहे हैं। वहीं राजधानी समेत जिला अस्पतालों में बेड फुल हैं यहां तक कि एक बेड पर तीन से चार बच्चों का इलाज हो रहा है। ऐसे में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने शिवराज सरकार के कोरोना से तीसरी लहर के लिए तैयारियों के दावों पर पर सवाल उठाया है।
कमलनाथ ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए तमाम तैयारियों के शिवराज सरकार द्वारा समय- समय पर दावे किये जाते रहे हैं और वही दूसरी तरफ़ वायरल इंफ़ेक्शन व मौसम जनित बीमारियों ने ही सरकार की सारी तैयारियों की पोल खोलकर रख दी है?
अस्पतालों की हालत को लेकर कमलनाथ ने कहा कि भारी संख्या में बच्चे वायरल इंफ़ेक्शन व मौसम जनित बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। कई जिलो में अस्पतालों में बेड तक उपलब्ध नही हैं। एक बेड पर दो से तीन बच्चों तक को भर्ती कर इलाज किया जा रहा है। मरीज़ परेशान हो रहे है। प्रदेश की बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं की पोल विभिन्न जिलों से प्रतिदिन सामने आ रही हैं।
दूसरी ओर वायरल इंफेक्शन और मौसम जनित बीनारियों के बढ़ते मरीजों के बीच तीन हजार जूनियर डॉक्टर बुधवार से अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए। भोपाल के हमीदिया अस्पताल में जूनियर डॉक्टरों ने ओपीडी और इमरजेंसी सेवाएं बंद कर दी है। इस बीच जूनियर डॉक्टरों ने चिकित्सा शिक्षा विभाग की शव यात्रा निकाली। जूडा का कहना है कि चिकित्सा शिक्षा विभाग अब असंवेदनशील हो चुका है और हमारी मांगों का उस पर कोई असर नहीं दिख रहा है।