किसान निधि पर बोले नाथ-चुनाव से पहले ट्रांसफर, चुनाव बाद वसूली नोटिस
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने किसान सम्मान निधि को लेकर शिवराज सरकार पर सवाल उठाए।
Ashok Chaturvedi
भोपाल (जोशहोश डेस्क) प्रदेश में लगातार बढ़ रही खाद की किल्लत के बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को किसान कल्याण योजना के तहत सम्मान निधि का अंतरण किया। दूसरी ओर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने आरोप लगाया कि चुनाव से पहले सरकार किसानों के खाते में सम्मान निधि डाल रही है वहीं चुनाव बाद सरकार किसानों को डिफाल्टर बता वसूली नोटिस थमा देती है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राजधानी के मिंटो हाल में आयोजित कार्यक्रम में शनिवार को ‘मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना’ के तहत प्रदेश के 77 लाख किसानों के खातों में 1540 करोड़ रूपये की राशि सिंगल क्लिक के माध्यम से अंतरित की। इस मौके पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि किसान प्रदेश की हरियाली और खुशहाली के लिए दिन और रात काम करते हैं। कृषकों के कारण आज देश के अन्न भंडार भरे हुए हैं-
वहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने किसान सम्मान निधि को लेकर शिवराज सरकार पर सवाल उठाए। कमलनाथ ने कहा कि प्रदेश में पिछले 28 उपचुनावो के समय भी इसी तरह किसानों के खाते में सम्मान निधि की किश्त डाली थी और चुनाव समाप्त होते ही प्रदेश के लाखों किसानों को अपात्र बताकर उन्हें वसूली के नोटिस थमा दिए थे-
गौरतलब है कि प्रदेश में एक लोकसभा और तीन विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं। ऐसे में किसान सियासत के केंद्र में हैं। बीते विधानसभा चुनाव में भी किसानों की कर्जमाफी को कांग्रेस की जीत में बड़ा फैक्टर माना गया था। कांग्रेस सरकार के समय कर्जमाफी की शुरुआत भी हो गई थी। हालाँकि भाजपा हमेशा कर्जमाफी के वादे को लेकर कांग्रेस पर हमलावर रहती है।
बड़ी बात यह है कि शिवराज सरकार स्वयं यह स्वीकार कर चुकी है कि कमलनाथ की सरकार में कर्जमाफी हुई थी। विधानसभा में लिखित उत्तर में सरकार ने स्वीकार किया था कि किसान कर्जमाफी के 20 लाख 23 हजार 136 प्रकरणों में 7108 करोड़ रुपये का कर्ज माफ किया गया था।