भोपाल: क़र्ज़ ने ख़त्म किया परिवार, जहर खाने वाले संजीव की पत्नी की भी मौत
भोपाल में सूदखोरों की प्रताड़ना से त्रस्त जहर खाने वाले परिवार में पांचवी मौत। संजीव जोशी की पत्नी ने भी अस्पताल में तोड़ा दम।
Ashok Chaturvedi
भोपाल (जोशहोश डेस्क) सूदखोरों की प्रताड़ना से त्रस्त आकर जहर खाने वाले परिवार के आखिरी सदस्य की भी मौत हो गई। संजीव जोशी की पत्नी ने भी अस्पताल में दम तोड़ दिया। संजीव जोशी, उनकी माँ और दोनों बेटियों की पहले ही मौत हो चुकी है। इस तरह जहर खाने से पहले ली हुई सेल्फी पूरे परिवार की आखिरी सेल्फी साबित हुई।
राजधानी के आंनद नगर निवासी मेकेनिक संजीव जोशी ने 25 नवंबर की रात में अपनी मां और पत्नी के अलावा दो बेटियों के साथ कोल्ड ड्रिंक्स में जहर मिलाकर पी लिया था। इसके बाद शुक्रवार को उनकी एक बेटी और मां ने दम तोड़ दिया था और शनिवार सुबह दूसरी बेटी भी चल बसी थी।शनिवार देर रात संजीव जोशी का भी निधन हो गया था।
पुलिस ने इस मामले में संजीव जोशी के परिवार को प्रताड़ित करने वाली सूदखोर गैंग की सरगना बबली दुबे समेत तीन अन्य को गिरफ्तार कर लिया है। संजीव ने अपने बयान में बताया था कि उसकी पत्नी अर्चना की किराने की दुकान चलाती थी। अर्चना ने बबली से करीब 3 लाख 70 हजार रुपए ब्याज पर लिए थे।
क़र्ज़ वसूली के लिए बबली अक्सर संजीव के घर पहुंचकर विवाद करती थी। संजीव उसे 80 हजार रुपए दे भी चुका था। इसकी बाद भी बबली और उसके परिचित परिवार को बार-बार पैसे के लिए प्रताड़ित कर रहे थे। जिससे त्रस्त आकर पूरे परिवार ने गुरुवार रात जहर मिलाकर कोल्ड ड्रिंक पी ली थी।
खबर सामने आने के बाद सरकार की ओर से विधायक कृष्णा गौर आर्थिक मदद का चेक लेकर अस्पताल पहुँची थीं। गंभीर अवस्था में संजीव को चेक देते हुए कृष्णा गौर की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई थी जिस पर सरकार के साथ विधायक कृष्णा गौर को तीखी आलोचना का सामना करना पड़ा था।
वही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी सूदखोरों की निगरानी के निर्देश अधिकारियों को दिए थे। मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा था कि कर्ज देने वालों के लिए लाइसेंस को सख्ती से पालन कराया जाए। उन्होंने कहा था कि कर्ज देकर जोर जबर्दस्ती पैसे वसूलना और आत्महत्या के मजबूर तक कर देना सहन नहीं किया जाएगा।