MP की लाडली मेघा को कांग्रेस में शामिल होते ही सरकार ने ब्रांड एंबेसडर पद से हटाया
मेघा परमार के कांग्रेस में शामिल होने के दूसरे दिन ही जारी किया गया आदेश
Ashok Chaturvedi
भोपाल (जोशहोश डेस्क) एवरेस्ट फ़तह करने वाली मध्यप्रदेश की इकलौती बेटी मेघा परमार को शिवराज सरकार ने ‘बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ’ के ब्रांड एंबेसडर पद से हटा दिया गया। महिला बाल विकास विभाग ने इस सम्बन्ध में आदेश जारी कर दिया है। यह आदेश मेघा परमार के कांग्रेस में शामिल होने के दूसरे दिन ही जारी किया गया है।
‘बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ’ की ब्रांड एंबेसडर मेघा परमार 9 मई को छिंदवाड़ा में ‘नारी सम्मान योजना’ की लॉन्चिंग के मौके पर कांग्रेस में शामिल हो गईं थी। इसके ठीक दूसरे दिन यानी 10 मई को महिला बाल विकास ने उन्हें ‘बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ’ के ब्रांड एंबेसडर पद से विमुक्त किये जाने का आदेश जारी कर दिया।
प्रदेश कांग्रेस के सलाहकार पियूष बबेले ने सरकार के इस आदेश को राजनैतिक दुर्भावना का निम्नतम स्तर करार दिया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि लाड़ली बेटियों को अपमानित करना भाजपा का राष्ट्रीय कार्यक्रम बन गया है-
गौरतलब है कि मेघा परमार ने मंगलवार को छिंदवाड़ा में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के सामने मेघा परमार ने कांग्रेस की सदस्यता ली थी। इस मौके पर मेघा परमार ने कमलनाथ को माउंट एवरेस्ट फतह का श्रेय भी दिया था। ‘नारी सम्मान योजना’ की लॉन्चिंग के मौके पर मेघा ने कांग्रेस परिवार में शामिल होने को जीवन का सौभाग्यशाली दिन बताया था। मेघा ने कहा था कि एक किसान की बेटी को ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ का ब्रांड एंबेसडर कमलनाथ ही बना सकते हैं। कमलनाथ घोषणाएं नहीं करते, वचन निभाते हैं। कमलनाथ नहीं होते तो शायद मैं एवरेस्ट फतह नहीं कर पाती।