शिवराज भले ही आखिर में लगवाएं, मंत्रियों को पहले लगेगा कोरोना का टीका

प्रदेश के अधिकांश मंत्री कोरोना वैक्सीन की प्राथमिकता में हैं। यानी हेल्थ और फ्रंटलाइन कोरोना वर्कर के बाद जिन लोगों को कोरोना का टीका लगना है उनमें प्रदेश के मंत्रियों का नंबर सबसे आगे होगा।

भोपाल (जोशहोशडेस्क) मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को कहा है कि उन्होंने तय किया है कि वो अभी कोरोना वैक्सीन नहीं लगवाएंगे। शिवराज सिंह के मुताबिक पहले जिन ग्रुपों को तय किया गया है, उनको वैक्सीन लगेगी। कोरोना वैक्सीन की तैयारियों के बीच शिवराज सिंह ने कहा कि मैंने तय किया है कि वैक्सीन अभी नहीं लगवाऊंगा, पहले जिन्हें प्राथमिकता दी जा रही है, उन्हें लग जाए और बाद में अपना नंबर आए।

दूसरी ओर केंद्र सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक प्रदेश के अधिकांश मंत्री कोरोना वैक्सीन की प्राथमिकता में हैं। यानी हेल्थ और फ्रंटलाइन कोरोना वर्कर के बाद जिन लोगों को कोरोना का टीका लगना है उनमें प्रदेश के मंत्रियों का नंबर सबसे पहले होगा। यही नहीं प्रदेश के 55 फीसदी विधायक भी कोरोना इस रेस में सबसे आगे ही होंगे।

ऐसा सरकार की उस गाइडलाइन के तहत होगा जिनमें स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के बाद पचास साल या उससे अधिक उम्र के लोगों को टीकाकरण के लिए प्राथमिकता दी जाएगी।इस गाइडलाइन के मुताबिक प्रदेश के 31 में से 27 मंत्रियों की उम्र पचास या इससे ज्यादा है वहीं 239 विधायकों में यह संख्या 132 है। यानी ये मंत्री और विधायक कोरोना टीके लिए प्राथमिकता में होंगे।

प्रदेश के चार लाख स्वास्थ्य कर्मियों को सात दिन में टीका

प्रदेश के चार लाख स्वास्थ्य कर्मियों को कोरोना की वैक्सीन लगाने में सात दिन का समय लगेगा। यह बात स्वास्थ्य विभाग की हाईलेवल मीटिंग के बाद सामने आई। इसके लिए प्रदेश में करीब पांच सौ केंद्रों को शार्टलिस्ट किया गया है। इनमें प्रदेश के 53 जिला अस्पताल 84 सिविल अस्पताल और 334 कम्युनिटी हेल्थ सेंटर शामिल हैं। इन केंद्रों पर रोजाना 100 टीके की क्षमता के साथ सात दिनों में चार लाख स्वास्थ्य और कोरोना वर्कर को टीका लगाने की योजना है।

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