मजूदरी करने पर मजबूर मुनव्वर के साथ अरेस्ट हुए इंदौर के कॉमेडियन नलिन

इंदौर(जोशहोश डेस्क) मध्यप्रदेश के इंदौर में 1 जनवरी को कॉमेडियन मुनव्वर फारूकी समेत 5 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया था। उनपर धार्मिक भावनाएं भड़काने का केस दर्ज किया गया था। मुनव्वर फारूकी के साथ गिरफ्तार हुए लोगों में एक इंदौर के कॉमेडियन नलिन यादव भी थे। जो अब जमानत मिलने के बाद एक फैक्ट्री में मजदूरी कर रहे हैं।

नलिन यादव ने एक साझात्कार में कहा कि 57 दिन जेल में रहने के बाद से उनकी जिंदगी बदल गई है। एक वक्त में वो इंदौर शहर के कॉमेडी स्टार हुआ करते थे। आज धार जिले के पीथमपुरा एरिया की फैक्ट्री में 200 प्रतिदिन कमाने के लिए मजदूरी करते हैं।

नलिन यादव बताते हैं कि वह लोगों के चेहरों पर मुस्कान लाने का काम करते थे। जब वो स्टेज पर होते थे तो लोगों को हंसाते थे। यह उनकी जिंदगी का एक अहम हिस्सा बन गया था। लेकिन अब सब छूटने लगा है।

नलिन यादव कॉमेडियन मुनव्वर फारूकी के केस में सह अभियुक्त हैं। जिनपर धार्मिक भावनाओं को आहत करने का इल्जाम लगा हुआ है। पुलिस ने 1 जनवरी को भाजपा सांसद के बेटे एकलव्य सिंह की शिकायत पर इन लोगों को गिरफ्तार किया था। उस वक्त मुनव्वर फारूकी और उनके साथी इंदौर के एक कैफे में कॉमेडी शो कर रहे थे।

नलिन यादव बताते हैं कि वह पिछले 4-5 सालों से इंदौर में कॉमेडी शो कर रहे हैं। लेकिन जब से 1 जनवरी वाली घटना हुई है और वे जेल से बाहर आए हैं। तब से उन्हें कोई भी कैफे वाला शो नहीं करने दे रहा है। पड़ोसी भी उन्हें एक खतरनाक मुजरिम की तरह देखने लगे हैं।

उन्होंने बताया कि पहले ऐसा नहीं था। कुछ साल पहले उन्होंने अपने पिता को खो दिया था। वहीं कुछ महीनों पहले उनकी माता का भी निधन हो गया था। लेकिन पड़ोसियों और रिश्तेदारों ने उन्हें कभी भी अकेला नहीं महसूस नहीं करने दिया। उन्होंने सोचा था कि जेल से बाहर आने के बाद भी लोग उनका साथ देंगे क्योंकि उन्होंने कुछ गलत नहीं किया है। लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। बहुत से लोगों ने उनके और उनके भाई के साथ सारे संबंध तोड़ दिए।

पिछले 25 दिनों में किसी ने भी मेरी स्थिति जानने की कोशिश नहीं की। मेरे कुछ दोस्त जिन्होंने मेरे जेल में रहने के दौरान मदद की अब वो और मेरा समर्थन नहीं करना चाहते। अब मैं उम्मीद हार चुका हूं। मैं सप्ताह के कुछ दिन लोगों को यह समझाने में लगाता हूं कि मैंने कुछ गलत नहीं किया वहीं सप्ताह के कुछ दिन इंडस्ट्री में मजदूर के रूप में काम करता हूं। मेरा छोटा भाई भी जिंदगी को नए सिरे से शुरू करने के लिए प्राइवेट जॉब कर रहा है।

अंत में नलिन यादव कहते हैं कि उन्हें नहीं पता कि वे इस शहर में अपनी कॉमेडी जारी रख पाएंगे कि नहीं। लेकिन उनका कॉफिंडेंस कम हो गया है। अब वे लोगों का सामना करने और अपनी कॉमेडी पर भी डाउट करने लगे हैं।

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