नीरज शर्मा की हुंकार, क्या गोविंद राजपूत को मिलेगी चुनौती दमदार?

कद्दावर नेता पंडित नीरज शर्मा ने मंत्री गोविंद राजपूत के खिलाफ ठोक दी चुनावी ताल

सागर/ भोपाल (जोशहोश डेस्क) केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के खास समर्थक और शिवराज सरकार के मंत्री गोविंद सिंह राजपूत की चुनावी राह लगातार कांटो भरी होती जा रही है। मंत्री राजपूत की कार्यशैली से खफा होकर स्थानीय स्तर पर एक के बाद एक नेता भाजपा का ही साथ छोड़ते नजर आ रहे हैं। इस बीच हाल ही में भाजपा से इस्तीफा देने वाले राहतगढ़ के कद्दावर नेता पंडित नीरज शर्मा ने अब पूरी दमदारी से मंत्री गोविंद राजपूत के खिलाफ चुनावी ताल ठोक दी है।

गोविंद राजपूत के विधानसभा क्षेत्र सुरखी में आने वाले राहतगढ़ नगर परिषद के अध्यक्ष नीरज शर्मा ने हाल ही में भाजपा से इस्तीफा दिया है और यह माना जा रहा है कि वे कांग्रेस का दामन थामने के साथ ही मंत्री गोविंद राजपूत के खिलाफ चुनावी मैदान में उतरेंगे।

नीरज शर्मा ने गुरुवार को भोपाल में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ की मौजूदगी में पाला भी बदल लिया। नीरज शर्मा के अलावा रामनरेश यादव जी की पौत्र वधू रोशनी यादव, शिवपुरी से जितेंद्र जैन गोटू, दतिया से राजू दांगी जी ने भी कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की।

नीरज शर्मा अपने समर्थकों के साथ कांग्रेस में शामिल भी हो चुके हैं। वहीं यह खबरें भी वायरल हैं कि उनके इस कदम से पहले ही राहतगढ़ में उनके समर्थकों के वाहनों को पुलिस प्रशासन ने जब्त करना शुरू कर दिया था। इस कार्रवाई के पीछे कारण नीरज शर्मा के समर्थकों को भोपाल पहुंचने से रोकना बताया गया था।

चर्चा यह भी है कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने भी पंडित नीरज शर्मा को मंत्री गोविंद राजपूत के खिलाफ चुनावी मैदान में उतरने के लिए ग्रीन सिग्नल दे दिया है। इसके बाद नीरज शर्मा अपने समर्थकों के साथ मैदान में भी उतर चुके हैं। नीरज शर्मा का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल है जिसमें वे भोपाल रवाना होने से पहले स्थानीय जनता के सामने सुरखी सीट से मंत्री गोविंद सिंह राजपूत को चुनौती देने की बात कहते नजर आ रहे हैं।

वीडियो मे नीरज शर्मा मंत्री गोविंद राजपूत पर कार्यकर्ताओं पर बदले की भावना से कार्रवाई का करने का आरोप लगाते दिखाई दिए। नीरज शर्मा के पाला बदलने और इस तरह स्थानीय जनता को संबोधन किए जाने के साथ ही यह माना जा रहा है कि इस बार सुरखी सीट पर कांग्रेस उनको अपना उम्मीदवार बनाएगी। अगर ऐसा होता है तो मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के लिए चुनावी राह आसान न होगी।

सियासी गलियारों में यह भी कहा जा रहा है कि पहली बार गोविंद राजपूत के सामने स्थानीय स्तर पर एक कद्दावर प्रत्याशी चुनावी मैदान में नजर आएगा। नीरज शर्मा का पारिवारिक परिवेश और राहतगढ से उनका जमीनी जुड़ाव भी गोविंद राजपूत के लिए बड़ी चुनौती होगा।

गौरतलब है कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानी परिवार से जुड़े पंडित नीरज शर्मा की पहचान इलाके में एक दबंग और गोविंद राजपूत के धुर विरोधी नेता के तौर पर होती है। पिछले 15 सालों से शर्मा का जनपद और राहतगढ़ नगर परिषद पर कब्जा है। साल 2010 में जनपद अध्यक्ष का चुनाव नीरज शर्मा ने गोविंद राजपूत के भाई को हराकर जीता था तब से पंडित शर्मा की राजनीतिक लड़ाई राजपूत परिवार से चल रही थी।

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