कहां जाएं मरीज: शिवराज के गृहजिले का अस्पताल तक फुल, गेट पर पुलिस तैनात
प्रदेश के अस्पतालों की हालत बदतर होती जा रही है। अस्पतालों में मरीजों के लिए ऑक्सीजन तो दूर बेड तक उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं।
Ashok Chaturvedi
भोपाल (जोशहोश डेस्क) सरकार के दावों के उलट प्रदेश के अस्पतालों की हालत बदतर होती जा रही है। अस्पतालों में मरीजों के लिए ऑक्सीजन तो दूर बेड तक उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले सीहोर के शासकीय अस्पताल में बेड न होने के पोस्टर गेट पर लगा दिए गए हैं और पुलिस तैनात कर दी गई है।
कमोबेश कुछ ऐसी ही हालात प्रदेश के अन्य अस्पतालों में भी हैं। इंदौर के अरविंदों अस्पताल ने भी गेट पर ऐसा ही बैनर लगा दिया है। इसमें साफ है कि जीवनरक्षक आपूर्तियों और ऑक्सीजन की तीव्र कमी के कारण अस्पताल में मरीजों की भर्ती को अगले आदेश तक रोक दिया गया है।
दूसरी ओर सरकार अब भी प्रदेश में पर्याप्त बेड और ऑक्सीजन होने के दावे कर रही है लेकिन हकीकत अब छिपाए नहीं छिप रही। अस्पतालों में सुविधाएं नाकाफी साबित हो रही हैं। इंदौर भोपाल सीहोर और ग्वालियर में अस्पतालों के सामने ऐसे पोस्टर नजर आ रहे हैं। वहीं इलाज के लिए मरीजों के परिजन एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल भटकते नजर आ रहे हैं।
कांग्रेस ने भी हालातों को लेकर सरकार पर सवाल उठाए हैं-
वही प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या में लगातार इज़ाफ़ा हो रहा है। बीते 24 घंटे में प्रदेश में कुल 13,107 नए मामले सामने आए हैं । इनमें 5500 से ज्यादा केस तो सिर्फ प्रदेश के 4 बड़े शहरों इंदौर, भोपाल,ग्वालियर और जबलपुर में आए हैं। इंदौर में सबसे ज्यादा 1781 नए केस आए हैं वहीं भोपाल में 1729 नए संक्रमित मिले। ग्वालियर और जबलपुर में यह संख्या क्रमशः 1190 और 803 रही।