ऑक्सीजन-रेमडेसिविर की कमी से दम तोड़ रहे मरीज़, सरकार मौत के आंकड़े छिपाने में व्यस्त
Ayushi Jain
भोपाल (जोशहोश डेस्क) मध्यप्रदेश में कोरोना की कड़ी टूटने का नाम नहीं ले रही है, मध्यप्रदेश के बड़े शहरों के साथ-साथ छोटे शहरों में संक्रमण ने पैर पसार लिए हैं। प्रदेश के अस्पतालों में ऑक्सीजन, इंजेक्शन और बिस्तरों की किल्लत से हो रही मौतों को देखते हुए सरकार की नाकामी साफ़ तौर पर दिखाई दे रही है।
भोपाल में 1,694 नए संक्रमित मिले हैं। सरकारी आंकड़ों में सिर्फ 4 मौतें बताई गई हैं, जबकि अकेले पीपुल्स अस्पताल में ही ऑक्सीजन की कमी से 10 कोरोना मरीजों की मौत हुई है। यहां ऑक्सीजन और रेमडेसिविर इंजेक्शन की लगातार कमी बनी हुई है।
ऑक्सीजन की कमी से भोपाल के पीपुल्स मेडिकल कॉलेज में सोमवार सुबह 5 से 7 बजे के बीच 10 कोरोना मरीजों की मौत हो गई। ये सभी डी ब्लॉक के कोविड वार्ड में भर्ती थे।
बीते गुरुवार को खंडवा में ऑक्सीजन की कमी से 11 मरीजों ने दम तोड़ दिया था। जबकि जबलपुर के दो अस्पतालों में कुल 5 लोगों की मौत हो गई थी। इसके अलावा एक दिन पहले यानी रविवार को शहडोल मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की कमी के कारण 12 मरीजों की मौत हुई थी।
मध्यप्रदेश के 4 बड़े शहरों में ही 24 घंटे में 5,393 नए संक्रमित सामने आए हैं और 29 लोगों की मौतें हुई हैं। सबसे ज्यादा 1,753 नए केस इंदौर में आए। यहां 8 लोगों की मौत हो गई। भोपाल में 1,694 नए संक्रमित आए हैं। यहां सरकारी आंकड़ों में 4 मौतें बताई गई हैं। ग्वालियर में 11 लोगों की मौतें हुई हैं और 1,072 नए केस आए हैं। वहीं, जबलपुर में 874 नए संक्रमित मिले और 6 लोगों की जान गई है।
मध्यप्रदेश में सोमवार को कोरोना संक्रमण से 79 और लोगों की मौत हो गई तथा 12,897 नए मरीजों में इस संक्रमण की पुष्टि हुई। नए रोगियों एवं इससे मरने वालों का यह एक दिन का अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। मध्य प्रदेश स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया, ‘‘सोमवार को प्रदेश में 79 लोगों की मौत हुई है। इसी के साथ इस वायरस से राज्य में अब तक मरने वालों की संख्या बढ़कर 4636 हो गई है।’’
मध्यप्रदेश में इस वायरस से अब तक संक्रमित पाए गए लोगों की कुल संख्या 4,20,977 तक पहुंच गयी है।