राजभवन के गेट पर विजय शाह को पुलिस ने रोका, कांग्रेस बोली- ये आदिवासी मंत्री का अपमान
शपथ ग्रहण समारोह के लिए पहुंचे मंत्री विजय शाह की कार को राजभवन के द्वार पर पुलिस ने रोक लिया।
Ashok Chaturvedi
भोपाल (जोशहोश डेस्क) मध्यप्रदेश के नवनियुक्त राज्यपाल मंगूभाई पटेल ने गुरुवार को पदभार ग्रहण किया। राजभवन में आयोजित समारोह में मध्यप्रदेश हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस मोहम्मद रफीक ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। वहीं शपथ ग्रहण समारोह के लिए पहुंचे मंत्री विजय शाह की कार को राजभवन के द्वार पर पुलिस ने रोक लिया। कांग्रेस ने इसे आदिवासी मंत्री का अपमान बताते हुए दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है।
वन मंत्री विजय शाह एक पुरानी एंबेसडर कार से राजभवन पहुंचे थे। यहां गेट पर तैनात पुलिसकर्मियों ने उनकी कार को रोक लिया। कुछ देर हुई हुज्जतबाजी के बाद पुलिस ने मंत्री विजय शाह की कार को गेट से जाने की इजाजत दे दी। पूरे मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल भी हो रहा है।
वहीं कांग्रेस ने इस पूरे वाकए को आदिवासी अस्मिता से जोड़ा है।
कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने ट्वीट किया कि आदिवासी वर्ग से ताल्लुक़ रखने वाले राज्यपाल महोदय के शपथ ग्रहण समारोह में शिवराजजी की पुलिस ने एक आदिवासी मंत्री का अपमान किया ? मंत्री विजय शाह की गाड़ी को रोक दिया गया, मंत्री को गाड़ी से उतार दिया गया, जद्दोजहद के बाद उन्हें जाने दिया गया? इसके दोषियों पर कार्यवाही होना चाहिये।
दूसरी ओर शपथ समारोह से पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नवागत राज्यपाल मंगूभाई पटेल से राजभवन में भेंट की। वहीं पूर्व राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने भी मंगूभाई पटेल का स्वागत किया।
शपथ समारोह में गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के अलावा अन्य मंत्रीगण, पूर्व मंत्री पीसी शर्मा, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, डीजीपी विवेक जौहरी और राज्यपाल के प्रमुख सचिव डीपी आहूजा भी मौजूद रहे।
गौरतलब है कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मंगलवार को गुजरात के मंगूभाई छगनलाल भाई पटेल को मध्यप्रदेश का राज्यपाल नियुक्त किया था। अब तक गुजरात की ही आनंदीबेन पटेल उत्तर प्रदेश के साथ मध्य प्रदेश के राज्यपाल पद का कार्यभार संभल रही थीं ।