क्या CM शिवराज को भी लग रहा, इंदौर में आसान नहीं BJP की राह?

इंदौर में भाजपा उम्मीदवार के समर्थन में आयोजित सभा में सीएम शिवराज चौहान की बात के तलाशे जा रहे सियासी मायने।

इंदौर (जोशहोश डेस्क) निकाय चुनाव में महापौर-पार्षद पद के लिए नामांकन का आखिरी दिन गहमागहमी भरा रहा। इंदौर और जबलपुर में भाजपा मेयर कैंडिडेट के नामांकन के दौरान स्वयं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी मौजूद रहे। वहीं इंदौर में भाजपा उम्मीदवार के समर्थन में आयोजित सभा में सीएम शिवराज चौहान की एक बात के सियासी मायने तलाशे जा रहे हैं।

दरअसल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यहां कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए भाजपा के मेयर कैंडिडेट पुष्यमित्र भार्गव के साथ सभी पार्षदों उम्मीदवारों को जिताने की अपील की। साथ ही उन्होंने मंच पर आसीन नेताओं को भी साफ शब्दों में चेताया।

सीएम शिवराज ने मंच पर बैठे नेताओं के लिए कहा कि ‘ध्यान रखना अगर मेयर तुम्हारा नहीं रहेगा तो उद्घाटन के लिए भी तरस जाओगे’। शिवराज ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि हम पैसा तो भेजेंगे लेकिन वो पैसा नगर निगम को भेजा जाएगा। यहाँ कोई मुख्यमंत्री सड़क बनाने नहीं आएगा, सड़क नगर निगम ही बनाएगा।

जब शिवराज ने यह बात कही तब मंच पर इंदौर के दिग्गज नेता कैलाश विजयवर्गीय, विधायक रमेश मेंदोला, मालिनी गौड़, महेंद्र हार्डिया, आकाश विजयवर्गीय, सुदर्शन गुप्ता और तुलसी सिलावट जैसे बड़े नेता मौजूद थे। इन सबको को संबोधित करते हुए कही गई इस बात को लेकर सियासी चर्चाएं भी चल पड़ी हैं।

कहा जा रहा है कि सीएम शिवराज ने इंदौर के बड़े नेताओं को सीधा संकेत दिया है कि मेयर कैंडिडेट पुष्यमित्र भार्गव के प्रचार प्रसार गुटबाजी आड़े न आए क्योंकि इंदौर के मेयर पद के लिए उम्मीदवार को लेकर भाजपा में जबर्दस्त रस्साकशी देखने को मिली थी। कई नामों पर चर्चा के बाद टिकट भार्गव के खाते में आया है। यह भी कहा जा रहा है कि भार्गव का चूंकि पार्टी में कोई बड़ा कद नहीं है, इसलिए संगठन को ही इंदौर में पसीना बहाना पड़ेगा। यही कारण है कि सीएम शिवराज ने यहां नेताओं को दो टूक चेता दिया है।

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