मामाजी मणिकचंद के जन्म शताब्दी के अवसर पर जारी किया डाक टिकट
रविवार को मिंटो हॉल में मामाजी मणिकचंद के जन्म शताब्दी के अवसर पर डाक टिकट जारी किया गया।
Ayushi Jain
मिंटो हॉल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान
भोपाल (जोशहोश डेस्क) रविवार को मिंटो हॉल में मामाजी मणिकचंद (Mamaji ManikChand) के जन्म शताब्दी के अवसर पर डाक टिकट जारी किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) हरियाणा और त्रिपुरा के पूर्व राज्यपाल प्रो. कप्तान सिंह सोलंकी और श्रीधर पराड़कर ने कार्यक्रम में डाक टिकट का अनावरण किया। इस दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने कहा कि – आज भी लाखों कार्यकर्ताओं और सैकड़ों पत्रकारों के लिए मामाजी का समर्पित जीवन प्रेरणापुंज है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आपातकाल की संघर्ष-गाथा और अन्य ग्रंथों के माध्यम से मामाजी ने अलग पहचान बनाई है। वे सहज, सरल, समर्पित और स्वाभिमानी थे। इस दौरान उन्होंने मामाजी मणिकचंद को याद करते हुए कहा कि अटल बिहारी बाजपेयी मामाजी का बेहद सम्मान करते थे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे हरियाणा, त्रिपुरा के पूर्व राज्यपाल प्रो. कप्तान सोलंकी ने कहा कि मामाजी ने पूरा जीवन समाज को समर्पित कर दिया था। उन्होंने इसके साथ ही कहा कि मुझे आज बहुत प्रसन्नता है कि भारत सरकार ने मामाजी के जीवन को याद किया और उन पर डाक टिकट जारी कर उनके विचारों को मान्यता प्रदान की है।
इस अवसर पर मुख्य वक्ता श्रीधर पराड़कर ने कहा कि वास्तव में मामा जी ऐसे व्यक्ति हैं जिन्हें देख कर कहा जाए कि पत्रकार को कैसा होना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मामा जी के जीवन में अनेक पहलू देखने को मिलते हैं। एकदम साधारण, वैचारिक दृष्टि से पूर्ण और व्यवहार में सहज।