2 साल बाद बोली पुलिस-मर चुका BHU से लापता MP का छात्र,भड़कीं प्रियंका गांधी
सीबीसीआईडी द्वारा इलाहाबाद हाईकोर्ट में रिपोर्ट पेश, प्रियंका गांधी ने पुलिस प्रशासन पर लगाया लापरवाही का आरोप।
Ashok Chaturvedi
वाराणसी (जोशहोश डेस्क) दो साल पहले से BHU से लापता मध्यप्रदेश के छात्र शिव त्रिवेदी की मौत का मामला सीबीसीआईडी द्वारा इलाहाबाद हाईकोर्ट में पेश रिपोर्ट के बाद फिर गर्मा गया है। रिपोर्ट में बताया है कि लापता छात्र की मौत हो चुकी है। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट कर इस मामले में पुलिस प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए छात्र के परिवार के लिए न्याय की मांग की है।
कोर्ट में पेश रिपोर्ट के बाद प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर शिव की मौत की कहानी पर सवाल उठाए। उन्होंने लिखा कि-बीएचयू के छात्र शिव त्रिवेदी के परिवार की दर्दनाक आपबीती सुनकर मन को भारी दुख पहुंचा। पन्ना मध्यप्रदेश से बीएचयू पढ़ने आए इस मेधावी छात्र के परिवार को दो साल बाद पता चला कि शिव की मृत्यु हो गई। इस पूरी घटना में पुलिस प्रशासन की लापरवाही व असंवेदनशीलता साफ झलकती है और उच्चस्तरीय जांच से ही सही जानकारी व न्याय सुनिश्चित हो पाएगा। शिव त्रिवेदी के परिवार को न्याय जरूर मिलना चाहिए।’
मध्यप्रदेश के पन्ना जिले के गांव ब्रजपुर का रहने वाला शिव पढ़ाई करने वाराणसी गया था। शिव बीएचयू से बीएससी की पढ़ाई कर रहा था और दूसरे वर्ष का छात्र था। शिव को आखिरी बार 13-14 फरवरी 2020 की रात देखा गया था जब स्थानीय लंका थाने की पुलिस उसे बीएचयू कैंपस से पकड़कर ले गई थी। तब से ही वह लापता था। तीसरे दिन लावारिस हालत में उसकी लाश एक तालाब के पास मिली थी। जिसके बाद उसका अंतिम अंतिम संस्कार कर दिया गया था।
वहीं परिजनों का आरोप है कि पुलिस अभिरक्षा में शिव की मौत हुई है। मामले में विवेचना अधिकारी ने कोर्ट को बताया था कि छात्र शिव त्रिवेदी मानसिक रूप से बीमार था और उसका इलाज भी चल रहा था। उसे लंका थाने लाया गया था लेकिन वह उसी रात में वह थाने से निकल गया था। जब कोर्ट ने थाने की फुटेज मांगे तो बताया गया कि सीसीटीवी कैमरा खराब था। इसके बाद कोर्ट ने जांच सीबीसीआइडी को सौंप दी थी।
इस पूरे मामले में पुलिस शुरू से ही सवालों के घेरे में रही। पहले पुलिस शिव को थाने से ही इंकार करती रही बाद में पुलिस ने उसे थाने लाना तो स्वीकार किया लेकिन साथ ही उसे तत्काल छोड़ देने की बात कही। कोर्ट की के बाद पुलिस ने माना कि शिव पुलिस की कस्टडी से ही गायब हुआ। प्रारम्भ में पुलिस लंका थाने में लगे सीसीटीवी कैमरे के उस दिन काम न करने की बात कहती रही। बाद में सूचना के अधिकार के तहत मांगी जानकारी से यह साबित हो गया कि सभी कैमरे ठीक से चल रहे थे।