स्टेट प्लेन: हर घंटे पांच लाख रुपए किराया, क्या दाल में कुछ काला है?
प्रदेश सरकार अपनी जरूरत के लिए पांच लाख रुपए प्रति घंटे के हिसाब से विमान किराए पर लेने जा रही है।
Ashok Chaturvedi
ग्वालियर एयरपोर्ट पर दुर्घटनाग्रस्त स्टेट प्लेन
भोपाल (जोशहोश डेस्क) मध्यप्रदेश सरकार के स्टेट प्लेन के ग्वालियर में दुर्घटनाग्रस्त हो जाने के बाद अब प्रदेश सरकार अपनी जरूरत के लिए पांच लाख रुपए प्रति घंटे के हिसाब से विमान किराए पर लेने जा रही है। इसके लिए प्रस्ताव बुलाए गए हैं। वहीं प्लेन के किराए की शर्ताें को लेकर सवाल भी उठ रहे हैं।
मध्यप्रदेश सरकार का अत्याधुनिक स्टेट प्लेन बीती छह मई को ग्वालियर एयरपोर्ट पर लैंडिंग के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। तब से क्षतिग्रस्त प्लेन वहीं खड़ा है। प्लेन अमेरिकी कंपनी टैक्सटाॅन से 65 करोड़ रुपए में खरीदा गया था। प्लेन के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद कंपनी ने इसके मेंटेनेंस करने के लिए इंजीनियर को अगले दो माह तक भेजने से इंकार कर दिया है।
अब सरकार काम चलाने के लिए एक 7 सीटर प्लेन किराये पर लेने जा रही है। इसका किराया पांच लाख रुपए प्रति घंटा तक बताया जा रहा है। साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि सरकार हर महीने न्यूनतम 30 से 31 घंटे का किराए अनिवार्य रूप से भुगतान करना होगा।
कांग्रेस के राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने पांच लाख रुपए प्रति घंटे के इस प्रस्ताव को सार्वजनिक करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ऐसा नहीं करती तो मैं यह मान लूंगा कि दाल मे कुछ काला है-
नहीं था बीमा अब रिपेयरिंग खर्च भी उठाएगी सरकार स्टेट प्लेन को लेकर एक अहम खुलासा यह भी हुआ था कि जब प्लेन दुर्घटनाग्रस्त हुआ था उस समय उसका बीमा भी नहीं था। इस कारण अब प्लेन की रिपेयरिंग पर होने वाला खर्च भी राज्य सरकार को ही उठाना पड़ेगा। इसके लिए दोषी अधिकारियों पर कोई कार्रवाई भी नहीं हुई है।