खंडवा में मासूम का रेप-मर्डर, आठ साल पहले की चूक भी जिम्मेदार
खंडवा के जामनिया गांव में 45 साल के दुकानदार ने बिस्किट लेने आई 13 साल की मासूम की ज्यादती के बाद हत्या कर दी।
Ashok Chaturvedi
मासूम का क्षत विक्षत शव
खंडवा (जोशहोश डेस्क) खंडवा के जामनिया गांव में 45 साल के दुकानदार ने बिस्किट लेने आई 13 साल की मासूम की ज्यादती के बाद हत्या कर दी। आरोपी को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया है। इस मामले में सबसे बड़ी बात यह है कि आठ साल पहले अगर लोकलाज को लेकर ऐसे ही एक मामले में चुप्पी साध ली गई थी। अगर ऐसा न होता तो यह हैवान अभी जेल में होता और मासूम भी इस अनाचार से बच जाती।
जामनियां गांव में 13 साल की बिटिया अपनी मां से पांच रुपये लेकर आरोपी दिलावर राजपूत की दुकान पर बिस्किट लेने गई थी। वहशी दिलावर उसे दुकान से घसीट कर घर में ले गया। वहां ज्यादती के बाद उसकी जान ले ली। यही नहीं उसने लाश को ठिकाने लगाने का प्रयास भी किया लेकिन पड़ोसियों की सजगता से वह सफल नहीं हो पाया।
पत्नी ने भी दिया पति का ही साथ
आरोपी की पत्नी ने भी इस शर्मनाक घटना के बाद पति का ही साथ दिया। उसने सबूत मिटाने मर चुकी मासूम के शरीर से कपडे उतार उसे नहला तक दिया। जब दोनों पति पत्नी लाश को छत पर बोरे में भर रहे थे तब पड़ोसियों की निगाह उन पर पड़ गई।
पडोसियों ने जब मासूम की मां को आंखो देखी बताई तो तत्काल मासूम की मां के साथ गांव वाले आरोपी के घर पहुंचे। मामला की खुलासा होता देख आरोपी और उसकी पत्नी फरार हो गए। वहीं छत पर बोरे से ढके मासूम के क्षत विक्षत शरीर को देख गांव वाले स्तब्ध रह गए।
साध ली चुप्पी
मासूम का यह हाल देख गांव वालों को अपनी आठ साल पहले हुई गलती का भी अहसास भी हुआ होगा। दरअसल आठ साल पहले भी आरोपी ने एक बालिका के साथ ज्यादती की थी लेकिन बालिका के परिजनों ने लोकलाज के कारण चुप्पी साध ली और मामले की रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई। यहां तक कि बाद में उस बालिका ने आत्महत्या तक कर ली। अगर उस समय बालिका के परिजनों ने हिम्मत दिखाई होती तो एक और बेटी दिलावर की हवस का शिकार होने से बच जाती
जोशहोश मीडिया यह अनुरोध करता है कि ऐसे किसी भी मामले में लोकलाज के डर से चुप न रहें। आरोपी के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज जरूर कराएं। ऐसी चुप्पी का अंजाम किसी दूसरी बालिका का भुगतना पड़ सकता है।