ट्रांसफर-पोस्टिंग की मलाई पर ग्वालियर चंबल में वर्चस्व की लड़ाई?
शिवराज सरकार के मंत्री और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के करीबी महेंद्र सिंह सिसोदिया के आरोपों से भूचाल
Ashok Chaturvedi
भोपाल (जोशहोश डेस्क) प्रदेश के सियासी गलियारों में शिवराज सरकार के मंत्री और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के करीबी महेंद्र सिंह सिसोदिया के आरोपों ने भूचाल ला दिया है। सिसोदिया ने न सिर्फ प्रशासनिक महकमे को निशाने पर लिया है बल्कि ‘शिव-राज’ में शिवपुरी एसपी पर कार्रवाई के लिए जो पत्र लिखा है उसके भी मायने निकाले जा रहे हैं।
पूरा मामला मंत्री सिसोदिया के प्रभार वाले जिले शिवपुरी में कुछ पुलिसकर्मियों के तबादलों से जुड़ा है। मंत्री सिसोदिया का कहना है कि इन ट्रांसफर में उनका अनुमोदन नहीं लिया गया जो नियमों के विपरीत है।
बड़ी बात यह है कि मंत्री सिसोदिया ने शिवपुरी एसपी पर कार्रवाई के लिए कलेक्टर को पत्र भी लिखा है। इस पत्र की प्रतिलिपि भी केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिधिया के निजी सचिव को भेजी गई है न कि प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को और न ही गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा को जबकि आईपीएस के तबादले मुख्यमंत्री के ही अुनमोदन से होते हैं।
दूसरी ओर इस पूरे मामले को ग्वालियर अंचल मे सियासी वर्चस्व की लड़ाई के साथ ही ट्रांसफर पोस्टिंग में मलाई से भी जोड़ा जा रहा है। प्रदेश से जुड़े पत्रकारों से अप्रत्यक्ष रूप से सोशल मीडिया पर इसका उल्लेख भी किया है-
कांग्रेस ने इस मामले को भाजपा की गुटबाज़ी से जोड़ा है-
गौरलब है कि शिवपुरी जिले के एसपी राजेश सिंह चंदेल द्वारा हाल ही में कुछ पुलिसकर्मियों के तबादले किए गए हैं। इनमें जिले के थाना प्रभारी भी शामिल हैं। मंत्री सिसोदिया इन तबादलों से नाराज बताये जा रहे हैं। उन्होंने पुलिस अधीक्षक पर कार्रवाई के लिए शिवपुरी कलेक्टर को एक पत्र भी लिखा है। जिसमें उन्होंने लिखा कि शिवपुरी SP ने बिना मेरे अनुमोदन के थाना प्रभारियों के तबादले कर दिए हैं। यह उनकी मनमर्जी को उजागर करने वाला काम है। मंत्री सिसोदिया ने कलेक्टर को निर्देश दिए हैं कि पुलिस अधीक्षक के खिलाफ कार्रवाई कर मेरे कार्यालय को सूचित करें।