मध्यप्रदेश में क्या फिर शुरू हो गया व्यापमं घोटाला?
व्यापमं द्वारा आयोजित परीक्षा के दस टाॅपर्स के न सिर्फ अंक एक जैसे हैं बल्कि इन टाॅपर्स ने परीक्षा में जो गलतियां की हैं वह भी एक जैसी हैं।
Ashok Chaturvedi
भोपाल (जोश होश डेस्क) मध्यप्रदेश में एक बार फिर व्यापमं घोटाले की गूँज सुनाई दे रही है। व्यापमं (अब पीईबी) द्वारा आयोजित कृषि विस्तार अधिकारी और वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी की परीक्षाओं में बड़ी गड़बड़ी सामने आई है। परीक्षा के दस टाॅपर्स के न सिर्फ अंक एक जैसे हैं बल्कि इन टाॅपर्स ने परीक्षा में जो गलतियां की हैं वह भी एक जैसी हैं।
पीईबी ने यह परीक्षा 11 और 12 फरवरी को आयोजित की थी। परीक्षा परिणामों मे सामने आया कि ग्वालियर के राजकीय कृषि काॅलेज से ग्रेजुएट दस परीक्षार्थियों के एक जैसे नंबर आए। सभी दस परीक्षार्थी चंबल क्षेत्र के हैं और एक ही जाति से संबंध रखते हैं मामले को तूल पकड़ता देख मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जांच के आदेश दे दिए हैं।
अपना सिलेक्शन तो पक्का इन परीक्षार्थियों के सहपाठियों और परिचितों के मुताबिक परीक्षा के बाद ये छात्र यह कहते नजर आए थे कि अपना सिलेक्शन तो पक्का है। जबकि इनमें से किसी भी छात्र ने तय अवधि में अपना ग्रेजुएशन पूरा नहीं किया है।
साजिश या संयोग परीक्षार्थियों के एक जैसे अंक आना और एक जैसी गलतियां करना साजिश है या संयोग इसकी जांच की जा रही है। कांग्रेस ने इसे लेकर शिवराज सरकार पर सवाल भी उठाए हैं।
तीन का सरनेम भी एक टाॅपर्स में तीन सामान्य श्रेणी के हैं। परीक्षाा के बाद 17 फरवरी को आंसरशीट के साथ सफल उम्म्मीदवारों की लिस्ट जारी की गई तो जनरल नाॅलेज की परीक्षा में दस परीक्षार्थियों को एक जैसे अंक मिले। तीन टाॅपर्स का सरनेम शर्मा है। परीक्षा के दस टाॅपर्स के अंक एक जैसे थे। जब शिकायत के बाद पीईबी ने आंसर शीट जारी की तो उसमें तीन प्रश्नों के उत्तर गलत थे। बड़ी बात यह है कि इन सभी टाॅपर्स ने भी इन तीन प्रश्नों के उत्तर गलत दिए थे।