गांधी जयंती पर साबरमती आश्रम चरखा चलाने पहुंचे MP के पत्रकार को गुजरात पुलिस ने हिरासत में लिया
डाॅक्टर राकेश पाठक करीब छह घंटे पुलिस हिरासत में रहे। गुजरात पुलिस हिरासत में लेने का कोई ठोस कारण भी नहीं बता पाई।
Ashok Chaturvedi
वरिष्ठ पत्रकार डाॅक्टर राकेश पाठक
अहमदाबाद (जोशहोश डेस्क) मध्यप्रदेश के वरिष्ठ पत्रकार डाॅक्टर राकेश पाठक को गुजरात पुलिस ने शनिवार को दो बार हिरासत में ले लिया। गांधी जयंती के मौके पर राकेश पाठक साबरमती आश्रम में आयोजित प्राथना सभा में भाग लेने पहुंचे थे। गुजरात पुलिस हिरासत में लेने का कोई ठोस कारण भी नहीं बता पाई। डाॅक्टर राकेश पाठक करीब छह घंटे पुलिस हिरासत में रहे। स्थानीय पत्रकारों और गुजरात कांग्रेस के नेताओं के हस्तक्षेप के बाद पुलिस ने राकेश पाठक को रिहा किया।
राकेश पाठक ने बताया कि आज तड़के पुलिस ने होटल के कमरे से मुझे हिरासत में लिया था। दोपहर 12 बजे छोड़ने के बाद साबरमती आश्रम से पुलिस दोबारा पकड़ कर ले गई। दो बार हिरासत में लेने की कोई वाज़िब वज़ह पुलिस नहीं बता सकी। डाॅक्टर राकेश पाठक ने अपने हिरासत में लिए जाने की सूचना को सोशल मीडिया पर शेयर भी किया।
गुजरात पुलिस सुबह 6.30 बजे डॉक्टर राकेश पाठक को होटल से उठा ले गयी। करीब 5.30 घंटे थाने में हिरासत के दौरान पूछताछ के बाद दोपहर 12 बजे उन्हें छोड़ दिया गया लेकिन करीब 12.45 पर साबरमती आश्रम से डॉक्टर राकेश पाठक को दोबारा हिरासत में लिया गया और फिर करीब 2.45 पर रिहा किया गया।
इस दौरान पुलिस हिरासत में लेने के सवाल पर ऊपर से आदेश और इंटेलिजेंस इनपुट की बात ही कहती रही। पुलिस को संदेह था कि डॉक्टर राकेश पाठक आश्रम में सत्याग्रह करने वाले हैं।
डाॅक्टर पाठक एक दिन पहले ही भोपाल से अहमदाबाद के लिए रवाना हुए थे। डॉ. पाठक साबरमती आश्रम के थोड़ी दूर एक होटल में रुके थे।
हिरासत में लिए जाने पर राकेश पाठक ने कहा कि मैं गांधी मार्ग का साधारण पथिक हूँ। बस बापू के सानिध्य में बैठने आया था, पुलिस ने बेवजह परेशान किया। बापू के विचार हर पल मेरे साथ रहे इसलिये मैं अडिग रहा। अहमदाबाद पुलिस द्वारा दो बार हिरासत में लेने के बाद भी राकेश पाठक ने सत्याग्रह आश्रम, साबरमती में महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की।
सोशल मीडिया पर गुजरात पुलिस द्वारा वरिष्ठ पत्रकार डॉक्टर राकेश पाठक को हिरासत में लिए जाने पर तीखी प्रतिक्रिया दिखाई दी । डाॅक्टर पाठक ने सोशल मीडिया पर समर्थन के लिए साथियों और शुभचिंतकों को धन्यवाद भी दिया।
गौरतलब है कि डाॅक्टर राकेश पाठक ने साबरमती आश्रम के रिनोवेशन को लेकर एक फेसबुक पोस्ट लिखी थी जिसमें उन्होंने रिनोवेशन को बापू के आश्रम के मूल रूप को नष्ट करने की तैयारी बताया था। उन्होंने सत्याग्रह आश्रम को महात्मा गांधी की सादगी और सत्य का प्रतीक बताते हुए देशवासियों से इसे बचाने की अपील की थी और प्रधानमंत्री और प्रधानमंत्री कार्यालय को मेल करअपना विरोध दर्ज़ कराने का अनुरोध भी किया था।
डॉक्टर राकेश पाठक नवभारत, नईदुनिया, नवप्रभात, प्रदेश टुडे के संपादक रह चुके हैं। वे datelineindia,और DNN चैनल में भी पूर्व एडिटर इन चीफ़ रह चुके हैं। वर्तमान में वे कर्मवीर के चीफ एडिटर हैं।