अफगानिस्तान से 210 भारतीयों को सुरक्षित निकाल लाए शिवपुरी के कमांडेंट रविकांत
शिवपुरी के रविकांत गौतम ने करीब 210 भारतीयों को अफगानिस्तान ने सुरक्षित निकालने में अहम भूमिका निभाई है।
Ashok Chaturvedi
भोपाल (जोशहोश डेस्क) अफगानिस्तान में ताबिलान के हाथ सत्ता आने के बाद अराजकता की स्थिति में मध्यप्रदेश के बेटे ने रविकांत गौतम ने जबर्दस्त साहस का परिचय दिया है। आईटीबीपी में कमांडर शिवपुरी के रविकांत गौतम ने करीब 210 भारतीयों को अफगानिस्तान ने सुरक्षित निकालने में अहम भूमिका निभाई है।
शिवपुरी जिले के निवासी रविकांत साल 2020 से अफगानिस्तान में तैनात हैं। अफगानिस्तान से मंगलवार को 210 भारतीयों को सुरक्षित निकाला गया था। इन भारतीयों को अफगानिस्तान से निकालने की जिम्मेदारी आईटीबीपी की जिस टुकड़ी के पास थी उसका नेतृत्व शिवपुरी निवासी कमांडेंट रविकांत गौतम ही कर रहे थे।
दैनिक पत्रिका की रिपोर्ट के मुताबिक केंद्र सरकार के इशारे पर आईटीबीपी की टुकड़ी ने हालात खराब होते देख ही अपना मिशन प्रांरभ कर दिया था-
रिपोर्ट के मुताबिक अफगानिस्तान में बढ़ती अराजकता को देखते हुए आईटीबीपी को भारतीयों को सुरक्षित निकालने का संदेश मिल गया था। इसके तहत आईटीबीपी ने वहां भारतीयों को मैसेज कर एक जगह इकट्ठा कर लिया। इनमे राजधानी काबुल समेत, कंधार, मजार ए शरीफ और जलालाबाद में भारतीय दूतावासों के कार्यरत जवान भी थे।
तालिबानी लड़ाकों से हुआ सामना
कमांडेट रमाकांत के मुताबिक जब आईटीबीपी की टुकड़ी भारतीय लोगों को निकली तो कुछ स्थानों पर तालिबानी लड़ाके सामने भी आ गए लेकिन उन्होंने सीधे खून खराबे के बजाए दूसरे तरीको से रोकना चाहा। इस दौरान फायरिंग भी हुई। इसके बाद भी आईटीबीपी की टुकड़ी भारतीयों को सुरक्षित निकालने में कामयाब रही।
रविकांत अपनी टुकड़ी के साथ भारतीयों को सकुशल लेकर हिंडन एयरपोर्ट पर लौटे हैं। कमांडेंट रविकांत ने एयरपोर्ट पर मीडिया को बताया कि वहां हालात बेहद ही अराजक और भयानक थे। हम दो रात से बिल्कुल नहीं सोए। भारत सरकार ने हमें जो जिम्मेदारी दी थी उसे हमारी आईटीबीपी टीम ने पूरा कर दिखाया है।