क्या यूपी में BJP को वोट नहीं दिला पाते शिवराज-सिंधिया?
उत्तरप्रदेश के लिए स्टार प्रचारकों की लिस्ट में पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री समेत किसी भी नेता का नाम नहीं।
Ashok Chaturvedi
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (फाइल फोटो )
नई दिल्ली/भोपाल (जोशहोश डेस्क) उत्तरप्रदेश में दलबदल की रजनीति के बीच भारतीय जनता पार्टी दोबारा सत्ता पर काबिज होने पूरी ताकत लगा रही है। भाजपा ने विधानसभा चुनाव के लिए बुधवार को पहले चरण के चुनाव के लिए अपने स्टार प्रचारकों की लिस्ट भी जारी कर दी है। बड़ी बात यह है कि इस लिस्ट में पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री समेत किसी भी नेता का नाम नहीं है।
उत्तरप्रदेश चुनाव में जिस तरह पिछड़ा वर्ग को लेकर सियासत चल रही है उसे देखते हुए लिस्ट में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, पूर्व मुख्यमंत्री उमाभारती और केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल जैसे नेताओं का नाम स्टार प्रचारकों की लिस्ट में न होना हैरान करने वाला है। शिवराज सिंह चौहान तो हाल ही में बलिया में जन विश्वास पदयात्रा तक कर चुके हैं।
भाजपा के भगवे चेहरे की बात की जाए तो उमा भारती 2014 के लोकसभा चुनाव में झांसी सीट से जीत तक दर्ज कर चुकी हैं। उमा भारती अयोध्या में राममंदिर निर्माण के लिए चले आंदोलन का बड़ा चेहरा भी रहीं थीं अब जबकि राममंदिर का निर्माण प्रारंभ हो चुका है और भाजपा ‘जो राम को लाये हैं हम उनको लाएंगे’ जैसे फार्मूले से ध्रुवीकरण पर केंद्रित हो रही है ऐसे में भी उमा भारती को चुनाव प्रचार से दूर रखना अपने आप में बड़ा सवाल है।
मध्यप्रदेश के ग्वालियर चंबल अंचल से सटी हुई उत्तरप्रदेश की सीमा को देखते हुए केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम भी लिस्ट में न होना अचरज भरा है। जबकि बीते विधानसभा चुनाव के दौरान सिंधिया जब कांग्रेस में थे तो उन्हें पश्चिमी उत्तरप्रदेश का प्रभारी बनाया गया था। सिंधिया ने लंबा समय पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बिताया भी था ऐसे में संभावना थी कि भाजपा उन्हें पश्चिमी यूपी में बड़ी भूमिका दे सकती है लेकिन ऐसा हुआ नहीं।
वहीं चंबल अंचल के दो दिग्गज केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा को भी इस बार यूपी चुनाव की स्टार प्रचारक लिस्ट में शामिल नहीं किया गया है। अगर यूपी के बीते विधानसभा चुनाव की बात की जाए तो केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर अहम रणनीतिक भूमिका में थे वहीं नरोत्तम मिश्रा को कानपुर अंचल समेत 17 जिलों की विधानसभा की सीटों की जिम्मेदारी सौंपी गई थी जहां पार्टी को बड़ी जीत भी हासिल हुई थी।
दूसरी ओर यह भी कहा जा रहा है कि भाजपा इस बार उत्तरप्रदेश में केंद्रीय नेतृत्व के साथ स्थानीय चेहरों को आगे रखकर ही चुनावी मैदान में उतरी है। स्टार प्रचारकों की लिस्ट को देखा जाए तो यह बात सही भी दिखती है। इस लिस्ट में भाजपा शासित किसी भी राज्य के मुख्यमंत्री या किसी बड़े नेताओं का नाम नहीं है।
यह भी कहा जा रहा है कि दूसरे चरण में पश्चिमी उत्तरप्रदेश के सहारनपुर, बिजनौर, अमरोहा, संभल, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, बदायूं, शाहजहांपुर जिलों की 55 विधानसभा सीटों पर और फिर तीसरे चरण में कासगंज, हथरस, फिरोजाबाद, एटा, मैनपुरी, फर्रुखाबाद, कनौज, इटावा, औरीया, कानपुर देहात, कानपुर शहर, जालौन, हमीरपुर और मध्यप्रदेश से लगे महोबा, झांसी और ललितपुर की 59 विधानसभा सीटों पर मतदान होना है। इन चरणों के चुनाव में मध्यप्रदेश के नेताओं को बड़ी भूमिका दी जा सकती है।