इंदौर में भू-माफियाओं के कब्जे से 3 हजार करोड़ की जमीन मुक्त, 17 के खिलाफ मामला दर्ज
Sangam Dubey
इंदौर (जोशहोश डेस्क) मध्यप्रदेश में विभिन्न माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई का क्रम जारी है। इसी क्रम में इंदौर जिला प्रशासन ने पुलिस के साथ मिलकर बड़ी कार्रवाई कर तीन हजार 20 करोड़ की जमीन भू-माफियाओं से मुक्त कराने में सफलता पाई है। 17 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। इस भूमि के मुक्त होने से लगभग डेढ़ हजार लोगों को अपना हक मिलने की संभावना बढ़ गई है।
इंदौर के कलेक्टर मनीष सिंह ने संवाददाताओं को बताया कि, “इंदौर जिले में कई सोसायटियों के सदस्यों से लगातार प्रशासन को शिकायत प्राप्त हो रही थी। जिनमें संस्था के सदस्यों से पूर्ण राशि जमा कराने के उपरांत भी उनके भू-खण्डों की रजिस्ट्री नहीं की गई थी एवं कई जगह रजिस्ट्री होने के बाद भी पात्र सदस्य सोसायटी में अनाधिकृत लोगों द्वारा किये गये कब्जे के कारण अपनी भू-खण्डों का भौतिक आधिपत्य प्राप्त नहीं कर पा रहे थे। इन्हीं प्राप्त शिकायतों पर की गई जांच में बड़ा खुलासा हुआ।”
जिलाधिकारी सिंह ने आगे बताया कि जांच के दौरान मजदूर पंचायत गृह निर्माण सहकारी संस्था की एमआर 10 स्थित पुष्प विहार कालोनी में पाया गया कि सोसायटी के 89 भूखंड जिनकी रजिस्ट्री सदस्यों के पक्ष में हो चुकी थी। उस भूमि को कृषि भूमि बताते हुए लगभग दो हेक्टेयर से ज्यादा भूमि को बिना अनुमति प्राप्त किये बेच दिया गया। साथ ही विक्रय से प्राप्त हुई राशि को अवैध रूप से नंदानगर साख संस्था में मजदूर पंचायत समिति के नाम से खाता खुलवाकर अंतरित कर दी गई। इस मामले में शामिल व्यक्तियों के खिलाफ धोखाधड़ी एवं कूटरचना के मामले में थाना खजराना में एफआईआर दर्ज करायी गयी है।
पुलिस उप महानिरीक्षक मनीष कपूरिया, अपर कलेक्टर अभय बेड़ेकर सहित संबंधित अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) की मौजूदगी में कलेक्टर सिंह ने आगे बताया कि इसी क्रम में देवी अहिल्या श्रमिक कामगार सहकारी संस्था की एबी रोड स्थित अयोध्यापुरी कालोनी के संबंध में प्राप्त शिकायत की जांच के दौरान पाया गया कि कॉलोनी स्थित भू-खण्डों पर रजिस्ट्री उपरांत भी जमीनों के अवैध कारोबार में शामिल अनाधिकृत व्यक्तियों द्वारा कब्जा कर पात्र सदस्यों के भू-खण्डों पर सैकड़ों ट्रक मलवा डालकर रास्ते को बाधित कर दिया गया है।
इसी के साथ वर्ष 2007 में कॉलोनी में पूर्व से सदस्यों को पंजीकृत हो चुके 96 भू-खण्डों की चार एकड़ भूमि की रजिस्ट्री मेसर्स सिम्प्लेक्स इंवेस्टमेंट एंड मेगा फाईनेन्स प्रायवेट लिमिटेड कंपनी के पक्ष में कर दी गई। उक्त मामले पर कार्रवाई करते हुये मेसर्स सिम्प्लेक्स के संचालकों सहित आठ व्यक्तियों के विरूद्ध थाना एमआईजी में एफआईआर पंजीबद्ध करायी गई।
इसी तरह खजराना गणेश मंदिर के पीछे वाले क्षेत्र में अवैध रूप से निर्मित की गई नई हिना पैलेस कॉलोनी पर कार्रवाई करते हुये संबंधित आरोपियों के विरूद्ध प्रकरण दर्ज किया गया। प्रशासन द्वारा की गई इस पूरी कार्रवाई में कुल 17 व्यक्तियों के विरूद्ध एफआईआर दर्ज की गई।
उल्लेखनीय है कि उक्त मामलों में कई शिकायतकर्ताओं ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मिलकर कार्रवाई का अनुरोध किया था। मुख्यमंत्री चौहान से प्राप्त हुये निर्देशों के तहत जिला प्रशासन द्वारा भू-माफियों के विरुद्ध की गई इस बड़ी कार्रवाई से लगभग एक हजार 500 पात्र व्यक्तियों को उनके भू-खण्डों का आधिपत्य दिलाकर न्याय प्रदान किया जायेगा।