शिवराज की ‘सबसे पहली लाड़ली बहना’ ही नाराज, कैसे मिलेगा जनआशीर्वाद?
सीएम शिवराज ने लाड़ली बहना योजना की लांचिंग से पहले जिन उमा दीदी से आशीर्वाद लिया था वहीं उमा भारती जन आशीर्वाद यात्रा में अनदेखी से आहत
Ashok Chaturvedi
भोपाल (जोशहोश डेस्क) मध्यप्रदेश की सत्ता में वापसी के लिए शिवराज सरकार का पूरा जोर जहां लाड़ली बहना योजना पर है वहीं भाजपा संगठन ने पूरी ताकत जनआशीर्वाद यात्रा पर लगा दिया है। बड़ी बात यह है कि सीएम शिवराज ने लाड़ली बहना योजना की लांचिंग से पहले जिन उमा दीदी से आशीर्वाद लिया था वहीं उमा भारती जन आशीर्वाद यात्रा में अपनी अनदेखी से आहत हैं।
उमा भारती बीते कई दिनों से पार्टी में उपेक्षित बताई जा रही हैं। कई मौकों पर उमा भारती ने सार्वजनिक रूप से केंद्र के साथ ही शिवराज सरकार पर भी सवाल खड़े किए थे। अब उमा भारती ने जनआशीर्वाद यात्रा में अपनी उपेक्षा पर खुलेआम नाराजगी भी जाहिर की है। उमा भारती ने दो टूक कहा है कि अब पार्टी उन्हें जनआशीर्वाद यात्रा में बुलाएगी तो भी वे नहीं जाएंगी। उन्होंने कहा कि मुझे न बुलाए जाने का दर्द नहीं है बल्कि मैंने तो पार्टी की ही दुखती रग पर हाथ रख दिया है।
उमा भारती ने न्यूज चैनलों को दिए साक्षात्कार में पार्टी की नीति और नियत पर भी सवाल उठाया। उन्होंने बेबाकी से कहा कि पार्टी अब उन्हीं नेताओं को किनारे कर रही है जिनकी दम पर वह खड़ी हुई है। यही नहीं उमा भारती ने यहां तक कहा कि पार्टी में अब यूज एंड थ्रो के सिद्धांत पर बढ़ चली है।
बता दें कि सीएम शिवराज सिंह चौहान जब अपनी महत्वाकांक्षी लाड़ली बहना योजना लांच करने जा रहे थे तब उमा भारती को बहन बता उनसे आशीर्वाद लेने पहुंचे थे।
आज का दिन मेरी "लाड़ली बहनों" का दिन है…
इस ऐतिहासिक दिन पर मैंने अपनी आदरणीय दीदी @umasribharti जी का आशीर्वाद लिया। उन्होंने कहा कि सबसे पहली लाड़ली बहना तो मैं ही हूं। pic.twitter.com/p3FcW20MAy
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) June 10, 2023
उमा भारती ने भी लाड़ली बहना योजना के लिए सीएम शिवराज की तारीफ की थी और उन्हें अपना छोटा भाई बताते हुए आशीर्वाद दिया था। तब उमा भारती ने यह भी कहा था कि ” सीएम शिवराज की सबसे पहली लाड़ली बहना मैं हूं।
अब सियासत की दूसरा पहलू यह है कि सीएम शिवराज प्रदेश की सवा करोड़ लाड़ली बहनों को लेकर प्रचार प्रचार कर रहे हैं लेकिन उनकी अपनी उमा दीदी ही जमकर नाराज दिखाई दे रही हैं। अपने कुनबे का बहनों का आशीर्वाद लेने में ही विफल दिख रही भाजपा को प्रदेश की जनता कितना आशीर्वाद देगी यह तो राज्य के चुनाव परिणाम ही बताएंगे।