क्या मां दुर्गा के गरबा पंडाल लव-जिहाद का माध्यम बन चुके थे?
प्रदेश की संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर का बड़ा बयान, गरबा पंडाल में बिना पहचान पत्र नहीं दी जाएगी एंट्री
Ashok Chaturvedi
ग्वालियर (जोशहोश डेस्क) नवरात्रि पर्व के लिए देश भर में तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। इस बीच गरबा पंडालों को लेकर प्रदेश की संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि गरबा पंडाल में बिना पहचान पत्र एंट्री नहीं दी जाएगी। साथ ही उन्होंने इसका जो कारण बताया है वह सुर्ख़ियों में हैं।
संस्कृति मंत्री ने कहा कि गरबा पंडाल लव जिहाद का बड़ा माध्यम बन चुके थे, इसलिए यहां जो भी आए वो अपना आइडेंटिटी कार्ड लेकर आए, ये सब के लिए सलाह भी है और नसीहत भी। साथ ही उन्होंने कहा सभी कि गरबा आयोजक सजग-सतर्क हैं और बिना आई कार्ड के किसी को भी गरबा पंडाल में घुसने की इजाज़त नहीं दी जाएगी।
मंत्री उषा ठाकुर के बयान को कांग्रेस ने आपत्तिजनक बताया है। कांग्रेस ने कहा है कि माँ की आराधना के पवित्र पावन स्थल सारे गरबों को लव जिहाद का माध्यम बताना उचित नहीं है। कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने उषा ठाकुर का वीडियो शेयर करे हुए ट्वीट किया-
सलूजा ने लिखा-मध्यप्रदेश की संस्कृति मंत्री जी ‘कोई भी पहचान छुपा कर ना आये,यह तो ठीक हो सकता है…लेकिन माँ की आराधना के पवित्र पावन स्थल सारे गरबों को आप लव जिहाद का माध्यम बता रही है,यह तो क़तई ठीक नहीं है…” सारे गरबा स्थलों की पवित्रता पर इस तरह से प्रश्नचिन्ह लगाना क़तई ठीक नहीं है।
गौरतलब की प्रदेश की प्रदेश की पर्यटन, संस्कृति, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग की मंत्री ऊषा ठाकुर ने यह बयान ग्वालियर के दौरे पर दिया। वे महात्मा गांधी की हत्या करने वाले नाथूराम गोडसे को देशभक्त कहने वाले बयान को लेकर विवादों में रह चुकी हैं। इसके अलावा वे कोरोनाकाल में में अपने बयानों को लेकर भी सुर्ख़ियों में रहीं थीं।