नकली रेमडेसिविर केस: जबलपुर के हाॅस्पिटल संचालक पर केस, सांसद तन्खा बोले- CBI करे जांच
सांसद विवेक तन्खा ने नकली रेडमेसिविर इंजेक्शन मामले को मल्टी स्टेट स्कैम बताते हुए सीबीआई जांच की मांग की है।
Ashok Chaturvedi
जबलपुर (जोशहोश डेस्क) नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन के मामले में जबलपुर पुलिस ने सोमवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए सिटी हाॅस्पिटल के संचालक सरबजीत सिंह मोखा के खिलाफ भी केस दर्ज किया है। वहीं सांसद विवेक तन्खा ने इसे मल्टी स्टेट स्कैम बताते हुए पूरे मामले की सीबीआई जांच की मांग की है।
सिटी हाॅस्पिटल संचालक सरबजीत सिंह पहले ही इस मामले में शक के दायरे में थे। विहिप नेता सरबजीत का नाम भगवती फार्मा के सपन जैन की गिरफ्तारी के बाद सामने आया था। पुलिस ने अब इस पूरे मामले में सपन जैन और सरबजीत मोखा के खिलाफ केस दर्ज किया है। वहीं पुलिस यह भी जांच कर रही है कि जबलपुर में हुई कोविड मौतों के पीछे भी कहीं नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन का कनेक्शन तो नहीं हैं।
राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने इस पूरे मामले की सीबीआई जांच की मांग की है। उन्होंने ट्वीट किया कि नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन मध्यप्रदेश के इंदौर-जबलपुर के अलावा दिल्ली, राजस्थान और छतीसगढ़ भी पहुंचे हैं। उन्होंने यह मांग उठाई कि नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन कितने लोगों को लगाए गए यह सामने आना चाहिए।
इससे पहले गुजरात पुलिस सात मई को सपन जैन को गिरफ्तार कर ले गई थी। गुजरात के मोरबी में नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन बनाने वाले गिरोह के पर्दाफाश होने पर यह सामने आया था कि नकली इंजेक्शन की सप्लाई इंदौर और जबलपुर के अलावा कुछ और शहरों में भी की गई थी।
इसके बाद गुजरात क्राइम ब्रांच की टीम ने जबलपुर में सपन जैन की भगवती फार्मा पर छापेमारी की थी। गुजरात क्राइम ब्रांच ने जबलपुर से 90 लाख नगद और तीन हजार से ज्यादा नकली रेमडेसिविर जब्त किए थे। वहीं सपन जैन के परिजनों ने सिटी अस्पताल के संचालक सरबजीत मोखा पर नकली इंजेक्शन खरीदने का आरोप लगाया था।
विहिप का अध्यक्ष, भाजपा नेताओं का करीबी
सिटी हाॅस्पिटल के संचालक सरबजीत सिंह मोखा जबलपुर विश्व हिंदु परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष हैं। मोखा को भाजपा नेताओं का करीबी भी बताया जाता है। हाल ही में सरबजीत सिंह ने सांसद राकेश सिंह को कोविड केयर सेंटर के लिए 11 लाख रुपए दान भी किए थे।