Kisan Andolan in MP : प्रदेश के जिलों में कुछ ऐसा रहा चक्काजाम का नज़ारा
कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलन कर रहे किसानों ने शनिवार को मध्य प्रदेश में चक्काजाम किया।
Ayushi Jain
भिंड में हुए चक्काजाम की तस्वीर
भोपाल (जोशहोश डेस्क) कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलन कर रहे किसानों ने शनिवार को मध्य प्रदेश में चक्काजाम किया। प्रदेश की राजधानी भोपाल में आंदोलन की आग नहीं दिखी, वहीं इंदौर में आंदोलन तो हुआ, लेकिन किसानों की संख्या इतनी नहीं थी कि वे हाईवे को जाम कर सके। 15 से 20 किसान यहां पहुंचे और ज्ञापन सौंपकर किनारे हो गए। किसानों ने यहां महज औपचारिकता निभाई।
भोपाल में आंदोलन की रही ठंडी आग भोपाल में पुलिस की दबाव बनाने की रणनीति कामयाब हुई है, क्योंकि यहां पर कोई भी संगठन खुलकर चक्काजाम करने की बात लेकर सामने नहीं आया। किसान नेताओं का भी कहना है कि सभी प्रमुख और बड़े किसान नेता शहर से बाहर हैं। वे खातेगांव में महापंचायत कर रहे हैं। ऐसे में राजधानी में प्रदर्शन का नेतृत्व करने के लिए कोई बड़ा नेता नहीं है, इसलिए यहां पर चक्काजाम या बड़ा प्रदर्शन नहीं हुआ।
उज्जैन में सड़क पर बनाई रोटियां उज्जैन में चक्काजाम के दौरान सड़क पर ही चूल्हा बनाकर रोटी बनाई और डेढ़ घंटे में आंदोलन समाप्त कर दिया। जबलपुर में डेढ़ बजे एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर आंदोलन समाप्त कर दिया गया।
सागर में नहीं हो सका आंदोलन
सागर में कांग्रेस आंदोलन करने वाली थी लेकिन नहीं हो सका। कांग्रेस नेता कमलेश साहू ने बताया कि क्षेत्र के दमोह रोड स्थित रोन गांव में हाईवे पर यह विरोध प्रदर्शन किया जाना था। जिसमें गढ़ाकोटा और रहली के किसानों को शामिल होना था, लेकिन क्षेत्र के एक किसान परिवार में गमी होने से यह प्रदर्शन रोक दिया गया है। कांग्रेस ने यहां सिर्फ 10 मिनट प्रदर्शन कर खत्म कर दिया।
देवास में चक्काजाम
देवास कांग्रेस द्वारा किसानों के समर्थन में चक्काजाम कर मोदी सरकार के तीनों काले कृषि क़ानूनों को वापस लेने की माँग की गई। चक्काजाम में प्रदेश उपाध्यक्ष चन्दप्रभाष शेखर जी, पूर्व मंत्री सज्जन वर्मा जी एवं शहर अध्यक्ष मनोज राजानी जी मौजूद रहे।
प्रदेश में मुख्य रूप से इंदौर, जबलपुर, उज्जैन में आंदोलन की औपचारिकता निभाई गई। हालांकि जाम के दौरान एंबुलेंस और स्कूल बस जैसी जरूरी सेवाओं को छूट दी गई है। चक्काजाम आंदोलन कर रहे 40 किसान संगठनों द्वारा बनाए गए संयुक्त किसान मोर्चा ने ये चक्काजाम लगाया है। किसान संगठनों को कांग्रेस ने भी कई जगह समर्थन दिया है और आंदोलन में शामिल हुए हैं।